अब तक खबर 2 दिसम्बर हावड़ा राज साव: शारीरिक रूप से विकृत लेकिन मानसिक रूप से मजबूत। इसका एक उदाहरण मालदार के मंडई गांव के निवासी निखिल सरकार हैं। विभिन्न सरकारी नौकरी परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने के बाद भी उन्हें नौकरी नहीं मिली। उन्होंने एसएससी परीक्षा उत्तीर्ण की लेकिन एक अंक के लिए टीईटी परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सके। लेकिन उन्हें एक अंक की आवश्यकता है, अपने परिवार को बचाने के लिए। निखिल कि नौकरी उम्र के हिसाब से यह साल निखिल सरकार के लिए सरकारी नौकरी पाने का आखिरी साल है। निखिल घर पर दादी के साथ रहता है। चूंकि निखिल के दोनों पैर बचपन से विकलांग है। इसलिए उसकी एकमात्र उम्मीद व्हील चेयर है। पढ़ाई में बेहद प्रतिभाशाली निखिल कभी भी आजीविका के लिए भीख मांगने का रास्ता नहीं चुनना चाहता। इसलिए वह सरकार से नौकरी चाहता है। अपनी शारीरिक विकलांगता के बावजूद, मालदार नौकरी के आवेदन के साथ मोंडाई गांव से नबन्ना के लिए रवाना हुए। उनके साथ एक दोस्त भी था। वह ट्रेन से सियालदह स्टेशन आए और व्हील चेयर पर नबन्ना के लिए रवाना हुए। हावड़ा पुलिस ने उन्हें हावड़ा ब्रिज पर रोक लिया। और इसलिए निखिल सरकार नवान्न तक नहीं पहुंच सके। पर आखिरकार निखिल सरकार पुलिस के जरिए अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं।